जीवन मंत्र
इस तरह करें आध्यात्मिक सोच का विस्तार
6 Jul, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
आध्यात्मिक गुरुओं का मानना है कि अपने मस्तिष्क में बेकार की सूचना संग्रहीत न करें, अनुपयोगी को निकाल फेंकें, तभी आपका मन उच्च विचार ग्रहण करने में समर्थ होगा।’ अवांछित,...
शिष्य बना प्रशंसा का पात्र
5 Jul, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
गंगा किनारे गुरु अभेंद्र का आश्रम था। एक बार देश में भीषण अकाल पड़ा। गुरु अभेंद्र ने संकटग्रस्तों की मदद के उद्देश्य से अपने तीन शिष्यों को बुलाकर कहा -...
सफलता चाहिए तो पहले ये सीखें
4 Jul, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
किसी भी काम में लगन का अपना महत्व होता है, सफलता आपकी एकाग्रता पर ही निर्भर करती है। आप संसार को पाने की दौड़ में हो या परमात्मा को, जब...
कोई भी परिस्थिति हो, ये काम कभी बंद ना करें
3 Jul, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
अपने विचारों का मूल्यांकन करना कभी भी बंद न करें, क्योंकि विचारों का प्रवाह अनवरत और कभी-कभी अत्यधिक भी हो जाता है। हर नया विचार पुराने को चुनौती देता है।...
हर जीव में व्याप्त नारायण
2 Jul, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
वैदिक साहित्य से हम जानते हैं कि परम-पुरुष नारायण प्रत्येक जीव के बाहर तथा भीतर निवास करने वाले है। वे भौतिक तथा आध्यात्मिक दोनों जगतों में विद्यमान हैं। यद्यपि वे...
उसका अभिमान नाश कर के छोड़ता है
1 Jul, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
जब व्यक्तिि अपार धन-दौलत और आलीशान भवनों का मालिक हो जाता है तो वह स्वयं को औरों से अलग महसूस करने लगता है। ऊंचेपन की भावना के कारण वह किसी...
शांति इंसान के अंदर है
30 Jun, 2023 06:15 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
प़ानी में मिला हुआ नमक दिखाई नहीं देता। इसका यह मतलब नहीं कि वह गायब हो गया। हालांकि आंख से नहीं देख सकते, पर जबान से उसे चख तो सकते...
जीवन में दर्द अस्थायी होता है
29 Jun, 2023 06:15 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
एक राजा ने अपने सभी सलाहकारों को बुलाया और कहा, मैं चाहता हूं कि मैं अंदर से स्थिर बना रहूं। जीवन के उतार-चढ़ाव मेरा संतुलन बिगाड़ देते हैं। तुम कोई...
बदला हुआ आदमी
26 Jun, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
स्कॉटलैंड के एक राजा को शत्रुओं ने पराजित कर दिया। उसे धन-जन की बड़ी हानि हुई और संगी-साथी भी छूट गए। अब बस उसका जीवन बचा था, पर शत्रु उसकी...
शाश्वत प्रेम अंतहीन है
24 Jun, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
प्रेम कितना ही होता जाए, अधूरा ही बना रहता है। वह परमात्मा जैसा है। कितना ही विकसित होता जाए, पूर्ण से पूर्णतर होता जाता है, फिर भी विकास जारी है।...
ध्यान-तन्मयता का नाम समाधि
23 Jun, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
ध्यान के द्वारा परिवर्तन तभी संभव है जब ध्यान में जाने के लिए गहरी आस्था हो। आस्था का निर्माण हुए बिना ध्यान में जाने की क्षमता अर्जित नहीं हो सकती।...
कर्म से बना है वर्ण
22 Jun, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
मेरे द्वारा चार वर्णों की रचना गुण और कर्मों के हिसाब से की जाती है, फिर भी तू मुझे कभी न खत्म होना वाला और कर्मों के बंधन से मुक्ति...
खुद में करो भगवान के दर्शन
21 Jun, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
यज्ञ ज्ञात्वा न पुनर्मोहमेवं यास्यसि पाण्डव
। येन भूतान्यशेषाणि दृक्षस्यात्मन्यथो मयि।।
अर्थात: हे पांडव! जिस ज्ञान को जानकर फिर तुम मोह में नहीं पड़ोगे, उस ज्ञान से तुम यह जान सकोगे...
आभार जताना सीखो
20 Jun, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
मेरी एक संत मित्र थीं विमल। गर्मी के दिन थे और हम लोग गंगा तट पर बैठे हुए थे। गंगा तट पर बैठने से बड़ी ठंडी हवा लग रही थी।...
श्रद्धा से मिलता है ज्ञान
19 Jun, 2023 06:00 AM IST | SANSKARANDSANSKRATI.IN
एक बार बालक नचिकेता ने अपने पिता से कहा, आप ब्राह्मणों को जर्जर, कृशगात और अनुपयोगी गाय दान में दे रहे हैं। उन्होंने यह नहीं कहा कि ऐसा ठीक नहीं...