मप्र में कांग्रेस बदलेगी अपने जिलाध्यक्ष
![](uploads/news/202502/Congress_s_manifesto_released_special_focus_on_women_safety.jpg)
भोपाल। मप्र भाजपा कोविड के कारण रुके संगठन के चुनाव करीब 5 साल बाद करा रही है। बूथ समितियों, मंडल व जिला अध्यक्षों के चुनाव हो चुके हैं। जल्द की प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव भी होंगे। बीजेपी के बाद अब कांग्रेस भी अपने जिला अध्यक्ष बदलने जा रही है। कांग्रेस तीन साल पुराने जिलाध्यक्ष बदलेगी, जहां अध्यक्ष नहीं हैं वहां नए बनाएगी। ब्लॉक अध्यक्षों से लेकर जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की मंजूरी दिल्ली से ही होगी। पार्टी को मजबूती देने के लिए शीर्ष नेतृत्व प्रदेश में दौरे करेगा।कांग्रेस सूत्रों की मानें तो ब्लॉक अध्यक्षों को लेकर जीतू पटवारी ने सभी जिला प्रभारियों और प्रदेश के सह प्रभारियों के साथ चर्चा करके लिस्ट फाइनल कर ली है। ब्लॉक अध्यक्षों के लिए दिल्ली की हरी झंडी का इंतजार है। लिस्ट पर एआईसीसी से मंजूरी मिलते ही इसे जारी कर दिया जाएगा।
3 साल पुराने जिला अध्यक्ष बदले जाएंगे
कांग्रेस लगभग सभी जिला अध्यक्ष बदलने जा रही है। हालांकि किन अध्यक्षों को दोबारा मौका मिलेगा, ये अभी साफ नहीं है। जो जिला अध्यक्ष तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं, उनकी जगह नए अध्यक्ष की नियुक्ति होना तय है। संभावित नामों पर स्थानीय नेताओं, जिला प्रभारियों, सह प्रभारियों से फीडबैक लेकर पीसीसी चीफ ने नामों की लिस्ट तैयार की है। हालांकि कुछ जिलों में चर्चा अभी बाकी है। इसे भी जल्दी फाइनल करके दिल्ली भेजा जाएगा।
लोकसभा के बाद से 5 जिलों में अध्यक्ष ही नहीं
रायसेन, कटनी, रतलाम ग्रामीण में लोकसभा चुनाव से ही जिला अध्यक्ष नहीं हैं। खंडवा शहर और ग्रामीण अध्यक्षों को हाल ही में हटाया गया है। ऐसे में इन जिलों में संगठन को मजबूत करने के लिए जिला अध्यक्षों से लेकर ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर स्थानीय नेता और कार्यकर्ता लगातार मांग कर रहे हैं।
जीतू विंध्य तो उमंग बुन्देलखंड के दौरे पर जाएंगे
कांग्रेस अपने खोए हुए जनाधार को मजबूत करने में जुट गई है। पटवारी 2028 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगे हैं। 11 फरवरी से जीतू पटवारी विंध्य के दौरे पर जाएंगे। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी तीन दिनों तक बुन्देलखंड का दौरे करेंगे। दोनों नेता तीन दिनों तक विधानसभा वार कार्यकर्ताओं की बैठकें, प्रेस कॉन्फ्रेंस और जनसमस्याएं सुनेंगे।